Chlo acha huaa..



चलो अच्छा हुआ 
अपनों में कोई तो गेर निकला 
गर सभी अपने होते तो बेगाने कौन होते 
ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने क्या होते 

Comments

Popular posts from this blog

गुरुर में...

Zindgi ka tajurba

Tum ho vo...